GST Collection Data: फरवरी 2024 में, भारत सरकार को गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी (GST)) के रूप में रिकॉर्ड 1,68,337 करोड़ रुपये का संग्रह हुआ है। यह पिछले साल के फरवरी महीने की तुलना में 12.5% की शानदार वृद्धि है। लगातार सातवें महीने जीएसटी (GST) कलेक्शन 1.5 लाख करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गया है, जो अर्थव्यवस्था में सकारात्मक संकेत देता है।
क्यों हुआ इतना जबरदस्त इजाफा?
इस वृद्धि के पीछे कई अहम कारण हैं, जिनमें से प्रमुख हैं:
घरेलू लेनदेन से जीएसटी (GST) में 13.9% की उछाल के कारण घरेलू बाजार में कारोबार में तेजी आने से जीएसटी (GST) कलेक्शन में उछाल देखा गया है। आयात से जीएसटी (GST) में 8.5% की वृद्धि से विदेशों से आयात होने वाली वस्तुओं पर लगने वाले जीएसटी (GST) में भी अच्छी बढ़ोतरी हुई है।
कौनसे राज्यों ने किया सबसे ज्यादा योगदान?
जीएसटी (GST) संग्रह में राज्यों का भी अहम योगदान रहा है। आइए देखें कि किन राज्यों ने सबसे अधिक जीएसटी (GST) जमा किया:
- महाराष्ट्र ने सबसे अधिक जीएसटी (GST) (₹22,588 करोड़) जमा किया।
- तमिलनाडु (₹15,794 करोड़) और कर्नाटक (₹13,155 करोड़) क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस मजबूत जीएसटी (GST) संग्रह को अर्थव्यवस्था की मजबूती का संकेत बताया है। वित्त वर्ष 2023-24 में अब तक कुल जीएसटी (GST) संग्रह 18.40 लाख करोड़ रुपये रहा है, जो पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 11.7% अधिक है। साथ ही, औसत मासिक जीएसटी (GST) संग्रह भी 11.3% बढ़कर 1.67 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया है।
यह लगातार बढ़ता हुआ जीएसटी (GST) संग्रह सरकार के लिए अच्छी खबर है। यह दर्शाता है कि भारतीय अर्थव्यवस्था धीरे-धीरे गति पकड़ रही है और आने वाले समय में और भी मजबूत बनने की ओर अग्रसर है।