मलयालम सिनेमा के इतिहास में जयन एक ऐसे सितारे के रूप में चमके और अचानक ही बुझ गए, जिसकी चमक आज भी लोगों के दिलों में बसी हुई है। जयन, जिनका असली नाम कृष्णन नायर था, 1970 और 1980 के दशक में मलयालम फिल्म इंडस्ट्री के चमकते सितारों में से एक थे।
उनका उल्कापिंड जैसा उदय
जयन ने 1978 में फिल्म “रंगीला” से अपना डेब्यू किया। आम तौर पर अभिनेता अपने करियर को बनाने में सालों लगाते हैं, वहीं जयन ने महज 6 सालों में 150 से अधिक फिल्मों में काम कर डाला। इन फिल्मों में उनकी ज़्यादातर भूमिकाएं एक्शन हीरो की थीं। उनकी दमदार आवाज, शानदार बॉडी लैंग्वेज और खतरनाक स्टंट दर्शकों को अपनी ओर खींच लेते थे। उनका अभिनय इतना लाजवाब था कि ऐसा लगता था जैसे वह पर्दे पर जी रहे हैं, किरदार निभाते नहीं।
एक्शन हीरो का नाम
जयन अपनी फिल्मों में खुद ही स्टंट करने के लिए जाने जाते थे, जो उस समय एक असामान्य बात थी। उनके डैयरिंग स्टंट्स ने उन्हें दर्शकों के बीच और भी लोकप्रिय बना दिया। उनकी कुछ सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली फिल्में हैं “शक्ति”, “गर्वम”, “इंद्रजीत” और “कट्टा”।
अकाल मृत्यु
लेकिन दुर्भाग्य से, 1984 में, महज 41 साल की उम्र में, फिल्म “चंद्रहास” के सेट पर एक खतरनाक स्टंट करते समय उनकी दुखद मृत्यु हो गई। उनका जाना मलयालम सिनेमा के लिए एक अपूरणीय क्षति थी।
जयन का विरासत
हालांकि जयन हमें जल्दी ही छोड़कर चले गए, लेकिन उनकी फिल्में और उनकी दमदार छवि आज भी दर्शकों के दिलों में बसी हुई है। वह मलयालम सिनेमा के इतिहास में एक ऐसे अभिनेता के रूप में याद किए जाते हैं जिन्होंने कम समय में शानदार उपलब्धियां हासिल कीं और जिन्होंने अपनी प्रतिभा और निष्ठा से दर्शकों का दिल जीत लिया।
जयन के जीवन पर आधारित फिल्म
जयन के जीवन पर आधारित एक फिल्म भी बन चुकी है, जिसका नाम है “जयन: बायोपिक“। यह फिल्म 2019 में रिलीज हुई थी।